Bihar Land Registry Document Alert: बिहार जमीन रजिस्ट्री के नियमों में खास बदलाव किया गया है। अब जमीन रजिस्ट्री करना पहले जैसा इतना आसान नहीं रहा है। लगातार नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं। हाल ही में बिहार जमीन रजिस्ट्री को लेकर एक खास पहलू सामने आया है। अब आपको जमीन रजिस्ट्री हेतु बिहार में यह खास डॉक्यूमेंट सपथ पत्र की जरूरत होगी।
इस खास डॉक्यूमेंट का होगा इस्तेमाल
हाल ही में बिहार जमीन जमाबंदी के नियमों को लेकर खास बदलाव किए गए हैं। जिन भी लोगों को बिहार जमीन रजिस्ट्री में काफी ज्यादा परेशानी हो रही थी उन सभी को देखते हुए एक नया गाइडलाइन को जारी किया गया है। इसमें एक घोषणा पत्र के 15 बिंदुओं पर चर्चा की गई है जिसे आपको अनिवार्य कर दिया गया है।
विभाग द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र में 15 बिंदुओं पर चर्चा किया गया है जिसमें हां या फिर ना में जवाब देना है इसके साथ ही हस्ताक्षर लगाना अनिवार्य है। 6 मार्च के बाद से ही इसे सभी रजिस्ट्री ऑफिस में लागू कर दिया गया है।
खास प्रकार के जारी किए गए शपथ पत्र में उन 15 बिंदुओं के बारे में आखिर क्या चर्चा की गई है। इसके बारे में डीटेल्स नीचे बताए जा रही है यदि आप भी बिहार के रहने वाले हैं और बिहार लैंड रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट के बारे में सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो यहां पर हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं।
सपथ पत्र में इन बिंदुओं का देना होगा जवाब
- क्या जमीन जमाबंदी आपके नाम पर कायम है।
- जमीन जमाबंदी सृजन का कौन सा साक्ष्य संलग्न है।
- क्या जमीन जमाबंदी संयुक्त रूप से कायम है।
- यदि जमाबंदी संयुक्त है तो अपने हिस्से की भूमि विक्रय या दान कर रहे हैं।
- यदि जमीन जमाबंदी में कोई त्रुटि हो तो विवरण उल्लेख करें।
- क्या आपके संपत्ति विवरण में कोई त्रुटि है।
- क्या जमाबंदी विक्रेता/दान कर्ता के नाम से कायम है।
- क्या आपके शहरी संपत्ति का होल्डिंग कायम है।
- क्या होल्डिंग विक्रेता/दानकर्ता के नाम से कायम है।
- क्या आपका संपत्ति शहरी क्षेत्र में अवस्थित फ्लैट/अपार्टमेंट है।
- यह हाँ तो होल्डिंग के साक्ष्य में क्या संलग्न है।
- क्या आपका संपत्ति ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित फ्लैट है।
- क्या भूमि टोपो लैंड से संबंधित है। टोपो लैंड की भूमि की जमाबंदी का साक्ष्य संलग्न है।
- यदि साक्ष्य संलग्न है, तो कौनसा दस्तावेज है।
- टोपो लैंड की भूमि की जमाबंदी का साक्ष्य।
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