Free School Dress Yojana: कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को मुफ्त में स्कूल ड्रेस मिलेगी। बहुत कम धन वाले माता-पिता के बच्चे जो सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करते हैं और स्कूल ड्रेस के लिए पैसा नहीं जुटा सकते, उनके लिए भारत सरकार ने नि:शुल्क स्कूल ड्रेस वितरण योजना शुरू की है। 1 से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को मुफ्त स्कूल यूनिफॉर्म दिया जाएगा।
फ्री स्कूल ड्रेस योजना का मकसद
गरीब और वंचित छात्रों को शिक्षा तक समान पहुंचाने के उद्देश्य से फ्री स्कूल ड्रेस योजना की शुरुआत की गई है। इससे स्कूलों में उपस्थिति दर बढ़ाने के साथ-साथ छात्रों के बीच आत्मविश्वास और सामाजिक एकता में वृद्धि होगी। इस योजना से सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी छात्र भेदभाव के बिना शिक्षा प्राप्त करें।
फ्री स्कूल वस्त्र योजना के लिए पात्रता
सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के सभी छात्र इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। कुछ राज्यों में कक्षा 12 तक भी योग्यता हो सकती है। SC, ST, OBC और BPL परिवारों के छात्र इस योजना से लाभ उठा सकते हैं, और दिव्यांग छात्रों को भी शिक्षा का सम्पूर्ण लाभ मिल सकता है।
आवश्यक दस्तावेजों की सूची
- आधार कार्ड की आवश्यकता है।
- जाति प्रमाण पत्र।
- आय प्रमाण पत्र की जरूरत (यदि आवश्यक हो)
- आवास प्रमाणपत्र
- स्कूल से दूसरे स्कूल में जाने के लिए एक प्रमाण पत्र।
- पासपोर्ट के आकार में फोटो
राज्यवार मिलने वाले लाभ फ्री स्कूल ड्रेस योजना के अंतर्गत हैं।
भारत के विभिन्न राज्यों में नि:शुल्क स्कूल ड्रेस योजना से प्राप्त लाभ अलग-अलग हैं। उदाहरण के लिए, बिहार में कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्रों को जूते, मोजे और टोपी सहित स्कूल यूनिफॉर्म मिलता है। उड़ीसा में भी कक्षा 1 से 10वीं तक के छात्रों को जूते, मोजे और स्पोर्ट्सवियर के साथ दो सेट यूनिफॉर्म दिए जाते हैं।
कुछ राज्य, जैसे राजस्थान, वर्दी के लिए कपड़ा देने के साथ-साथ सिलाई के लिए भी धन देते हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य सीधे अभिभावकों के खातों में पैसा जमा कर देते हैं ताकि वे वर्दी खरीद सकें।
फ्री स्कूल ड्रेस योजना की आवेदन प्रक्रिया का विवरण
- फ्री स्कूल ड्रेस योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया सामान्यत: ऑफ़लाइन होती है। छात्रों को अपने संबंधित स्कूल से आवेदन पत्र प्राप्त करना होता है।
- भरे हुए आवेदन पत्र को आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करना होता है। स्कूल अधिकारी इन आवेदनों की जांच करेंगे और पात्र छात्रों की सूची तैयार करेंगे।
- उसके बाद, स्कूलों के माध्यम से छात्रों को नि:शुल्क यूनिफॉर्म वितरित किया जाएगा।
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