RBI Bank Licence Cancel: मचा हाहाकार! हमेशा के लिए ये बैंक हुआ बंद! ग्राहकों के जमा पैसे का अब क्या होगा ?

RBI Bank Licence Cancel: जब बनारस मर्केंटाइल सहकारी बैंक हमेशा के लिए बंद हो जाता है, तो इसके ग्राहकों की जमाराशि का क्या होगा, इसके बारे में नीचे जानकारी होनी चाहिए। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बैंक का लाइसेंस हटा दिया क्योंकि इसकी वित्तीय स्थिति खराब हो रही थी और यह अपने जमा राशि को पूरा भुगतान नहीं कर रहा था। आरबीआई ने उत्तर प्रदेश के सहकारिता आयुक्त एवं रजिस्ट्रार के परामर्श से इस बैंक को बंद करने तथा एक परिसमापक नियुक्त करने के आदेश जारी किए हैं।

सेंट्रल बैंक ने क्या आकड़ा बताया

सेंट्रल बैंक ने बताया कि बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 99.98% जमाकर्ता DICGC से अपनी पूरी जमा राशि पाने के पात्र हैं। इसका मतलब यह है कि जमा बीमा द्वारा 5 लाख रुपये तक के जमा बीमा दावे की राशि प्राप्त की जा सकती है।

यदि बैंक की परिसंपत्तियों से प्राप्त राशि 5 लाख रुपये से कम है, तो जमाकर्ताओं को उनकी पूरी जमा राशि वापस नहीं की जाएगी। इस तरह, जब बैंक बंद होती है, तो उससे जमाराशि के जमाराशि की सुरक्षा के लिए कई प्रावधान होते हैं, लेकिन कुछ नुकसान हो सकता है।

बैंक के बंद होने के बाद क्या होगा बैंक के कर्मचारियों के साथ

बैंक के हमेशा के लिए बंद होने पर, बैंक के कर्मचारियों के साथ निम्न होता है:

  • बैंक के बंद होने पर, उसके सभी कर्मचारियों की नौकरी समाप्त हो जाती है। उन्हें बैंक द्वारा बंद होने की वजह से नौकरी गंवानी पड़ती है।
  • ऐसे मामलों में, कर्मचारियों को कंपनी द्वारा सेवरेंस पे (अर्थात नौकरी छूटने पर मिलने वाला भुगतान) का भुगतान किया जाता है।
  • सेवरेंस पे की राशि कर्मचारी के वेतन और सेवा काल के आधार पर निर्धारित होती है। आमतौर पर यह एक या दो महीने के वेतन के बराबर होती है।
  • इसके अलावा, कर्मचारियों को अर्जित छुट्टियों का भुगतान भी किया जाता है।
  • कुछ मामलों में, बैंक कर्मचारियों को नौकरी के विकल्प भी दे सकता है, जैसे कि दूसरे बैंकों में नौकरी देना।
  • कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए कानूनी प्रावधान भी हैं, जिनका पालन बैंक को करना होता है।
  • कुल मिलाकर, बैंक के बंद होने पर कर्मचारियों को नौकरी गंवानी पड़ती है, लेकिन उन्हें सेवरेंस पे और अन्य लाभ मिलते हैं।

बैंक के बंद होने के बाद ग्राहकों को क्या सुविधाएं मिलेंगी

जब बैंक सदैव के लिए बंद होती है, तो ग्राहकों को यह सुविधाएं मिलेंगी।

  • जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम (DICGC): केंद्रीय बैंक ने बैंक द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार कहा है कि 99.98% जमाकर्ता DICGC से पूरी जमा राशि प्राप्त करने के अधिकारी हैं।
  • जमा बीमा दावा राशि तक पहुंच सकती है यदि जमा करने वाले की जमा राशि 5 लाख रुपये तक हो।
  • राशि जो बैंक की संपत्तियों से प्राप्त होती है, अगर 5 लाख रुपये से कम होती है, तो जमाकर्ताओं को पूरे जमा पैसों का भुगतान नहीं किया जा सकेगा।
  • इस तरीके से, बैंक के बंद होने पर जमाकर्ताओं के जमा पैसों की सुरक्षा के लिए कई प्रावधान हैं, लेकिन कुछ नुकसान हो सकता है।

यह भी पढ़ें

My name is Vanshika Kumari. I have been in the field of journalism for the past 3 years. I have a strong interest in writing news articles. Currently Working with sacchisewa.com as Senior Editor. If you have any questions for me, please feel free to share: contact: [email protected]

Leave a Comment