Bank Employee News: वर्तमान समय में बैंक कर्मचारियों को मिलने वाले रियासत लोन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से बड़ी खबर सुनाई जा रही है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से यह फैसला ली गई है, कि बैंक के माध्यम से ब्याज मुफ्त या रियायती दरों पर सभी कर्मचारियों को दी जाने वाली लोन फ्रिंज बेनिफिट्स में माने जाएंगे।
इसका मतलब साफ-साफ जाहिर होता है, कि लोन टैक्स के दायरे में इन सभी को आना पड़ेगा। यह खबर बैंक की ओर से लोन उठाने वाले कर्मचारियों के बीच एक बड़ा झटका है। कि पहले उन्हें राहत देखने को मिलती थी। अब राहत के बदले टैक्स चुकाने पड़ सकते हैं। आईए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
कर्मचारियों को ऐसे रियासत लोन ऑफर के जरिए लाभ प्रदान होगी
खबर अनुसार प्रत्येक फ्रिंज बेनिफिट कर्मचारियों की सैलरी से अतिरिक्त मिलने वाले सभी लाभ और भत्तों कोई ए जानकारी पहुंचाई गई है, कि कर्मचारियों को प्रदर्शन के आधार पर उन्हें प्रोत्साहित एवं लाभ का ऑफर दिए जाएंगे। यह बात मानी गई है कि कर्मचारियों को ऐसे रियासत लोन ऑफर के जरिए लाभ प्रदान की जाएगी। जोकि कर्मचारियों की सैलरी है।
इसलिए इन्हें फ्रिंज बेनिफिट में गिनती की जाती है। यह फैसला कोर्ट की ओर से सुनाई जा रही है, कि कई बैंक स्टाफ यूनियन और ऑफिसर एसोसिएशन ने दायर किया था। साथ ही टेक्स्ट नियमों को चुनौती दी थी। हालांकि कोर्ट की ओर से रियासत डरो या टेक्स्ट छूट वाले लोन पर टैक्स रूल लागू करने को सही मानी गई है।
बैच मार्क के बावजूद कानून कारवाई
अपील के दौरान इस फैसले पर भी चिंता जताई जा रही है। जिसके अनुसार एसबीआई के द्वारा तय ब्याज दरों से तय की जाती है। कि लोन कौन से रियासत में ली जा रही है। हालांकि कोर्ट के ओर से यह जानकारी प्रस्तुत की गई है कि एसबीआई की ब्याज दर को बेंचमार्क करके सभी बैंकों को तस्वीर स्पष्ट रूप से बनी रहेगी। और इस माध्यम से बैच मार्क के बावजूद कानून कारवाई से बचा जा सकता है।
ग्राहक के मुकाबले अतिरिक्त पैसे की बचत
जानकारी के लिए मैं आप सभी को बता दूं कि बैंक अपने कर्मचारियों को कम ब्याज दर पर लोन ऑफर प्रोवाइड कर रही है। इससे बैंक कर्मचारियों को आम आदमी या फिर ग्राहक के मुकाबले अतिरिक्त पैसे की बजट देखने को मिल रही है।
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