बिहार सरकार द्वारा बिहार के कर्मचारी को दुखद खबर सुनाई जा रही है। यह जानकारी देखने को मिल रही है कि सरकार की ओर से करते कर्मचारी को ₹11000 की कटौती की जाएगी। ऐसा जानकारी प्रस्तुत किया जाता है कि सरकार के कार्य से 24068 रुपए कटौती किए जाते हैं.
जिसके चलते डाटा एंट्री ऑपरेटर को सरकार की ओर से इसी पैसे को 13000 रुपए मिल रही है। जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से सिविल सदन कार्यालय के लिए सदर अस्पताल एवं पीएमसीएच के लिए 160 टाटा प्रिंट डाटा एंट्री ऑपरेटर सेवा दे रहे हैं।
एजेंसी ने कहा, जीएसटी, ईपीएफ आदि के कारण कटौती
आउटसोर्सिंग एजेंसी से डाटा एंट्री ऑपरेटर सेवाओं को ले जा रही है। इस दौरान दो एजेंसी को कम पर लिए जा रहे हैं। समय-समय पर सरकार की ओर से मिलने वाली राशि में बढ़ोतरी देखने को मिलेंगे।
ऐसा देखा जाता है कि कर्मचारियों द्वारा सरकार के विरुद्ध में आवाज उठाए गए और पूछे गए किया 11000 रुपए करोड़पति क्यों की गई तो इसका जवाब नहीं दिए गए हैं। ऐसा कहा गया है की एजेंसी की ओर से टाटा एंट्री को लेकर ऑपरेट को पटना बुलाया गया है। और यह जानकारी प्रस्तुत किया है कि महोदय का भुगतान नहीं हो रहा है जिसके चलते इसके खिलाफ शिकायत दर्ज किए गए हैं।
कम से कम 15,600 का होना है भुगतान
स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह करार किया गया है कि डाटा एंट्री आपरेटर के लिए 15600 प्रति महीने का भुगतान सीधे मानदेय के रूप में करने होंगे। जबकि इसका हिसाब 26 दिन का किया गया है। जबकि फिर भी इस राशि को नहीं दी जाती है।
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