Bihar Education Department: बिहार में वर्तमान समय में ग्रीष्म ऋतु देखने को मिला इससे चलते शिक्षा को एवं विद्यार्थियों के बीच ग्रीष्म ऋतु में स्कूल करते हुए परेशानी देखने को मिले ही हैं। अभी-अभी खबर निकल कर सामने आ रही है कि गर्मी की वजह से कक्षा में एक विद्यार्थी बेहोश होकर गिर गए हैं। क्या ऐसे में KK पाठक के ऊपर कार्रवाई करना जरूरी बनता है। चलिए पूरा मामला क्या है समझते हैं।
बिहार के शिक्षा मंत्री केके पाठक द्वारा स्कूल के टाइमिंग एवं शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल में किसी प्रकार की छुट्टी नहीं दी गई जिसे चलते भीषण गर्मी पड़ने के वजह से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के बीच और असहायक स्थिति देखने को मिलती है। जिसके चलते विद्यार्थियों में शिक्षकों के बीच काफी ज्यादा परेशानी भी देखने को मिल रही है।
विद्यार्थियों गर्मी की वजह से बेहोश
ऐसा देखा जाए की भीषण गर्मी में स्कूल की टाइमिंग में किसी प्रकार की बदलाव नहीं की गई है। जिसके चलते विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को लगातार स्कूल प्रतिदिन जाने पर रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार को सारण में यह घटना देखने को मिल रही है कि विद्यार्थियों को गर्मी की वजह से बेहोश विद्यालय में हो गए हैं। क्योंकि ऐसा बताया जाता है कि उनके द्वारा गर्मी के कारण सही ढंग से नाश्ता न करने की आने की वजह से ऐसी स्थिति देखने को मिल रही है।
सूत्र के मुताबिक यह जानकारी प्रस्तुत की जा रही है कि सारण जिले के मेकर थाना इलाके में माध्यमिक विद्यालय नंदन केतु का के 9वी कक्षा के छात्र में पढ़ाई के दौरान कक्षा में ही बेहोश की स्थिति देखने को मिली है।
KK पाठक के विरोध एक्शन
ऐसे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शिक्षकों एवं अभिभावक के द्वारा सरकार के विरुद्ध कैंपेन चलाए जा रहे हैं। ऐसा बताया जाता है कि क पाठक एवं माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्कूल के टाइमिंग में बदलाव करने के लिए कहीं जा रही है। लेकिन आचार संहिता लागू होने की वजह से सरकार भी स्कूल के टाइमिंग या फिर KK पाठक के विरोध एक्शन नहीं ले सकते इसलिए 4 अप्रैल के बाद ही स्कूल के टाइमिंग या फिर किसी प्रकार की परेशानी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की सुनी जाएगी।
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