Bihar Land Registry 2024
मीडिया रिपोर्ट के द्वारा आया खबर अभी-अभी निकल कर सामने आ रही है कि बिहार में जमीन रजिस्ट्री को लेकर फर्जीवाड़ी देखने को मिल रही है। जिसे चलते जमीन निबंधन में गड़बड़ी का खेल भागलपुर बांका जैसे जिलों में पहुंच चुका है। इस मामले के सभी निबंधन कार्यालय के रजिस्टर हेड क्लर्क सहित सात लोगों को इस मामले में दर्ज किया गया है। ऐसा देखा जा रहा है कि इन लोगों पर रजिस्ट्री कार्यालय के दस्तावेज में छेड़छाड़ और फर्जीवाड़ा का आरोप का लगाया गया है।
आईए इस लेख माध्यम से समझते हैं कि बिहार में जमीन रजिस्ट्री को लेकर इतने समस्या क्यों देखने को मिल रही है। साथ ही जमीन रजिस्ट्री में गड़बड़झाला एवं फंसे गए रजिस्टर रेड कलर सहित सात लोगों की के बीच रजिस्ट्री को लेकर नागरिकों के बीच बड़े परेशानी के बारे में संपूर्ण जानकारी लिए जानते हैं।
Bihar Land Registry रजिस्ट्री में बड़ा गड़बड़झाला
ऐसा देखा जा रहा है कि भागलपुर में जमीन निबंधन में गड़बड़ी का खेल देखने को मिला है। इस मामले में जिला निबंधक की कार्यालय की ओर से रजिस्ट्री वैद्यनाथ सिंह हेड क्लर्क मदन चंद्र सहित सात लोगों के खिलाफ रजौन थाना में इस मामले के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।
ऐसा देखा जा रहा है कि इन सभी रजिस्ट्री कार्यालय में दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ एवं फर्जीवाड़ी का आरोप लगाया गया है। जिसको लेकर कोर्ट में परिवारवाद दायर किया जा रहा है। और यह भी जानकारी निकाल कर सामने आ रही है केस दर्ज होते हैं आरोपियों के हाथ पांव फूलने लगे हैं।
मिथिलेश यादव ने सात लोगों पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया
रजौन थाना क्षेत्र के पास छोरी गांव में निवासी मिथिलेश यादव के द्वारा 7 लोगों का फर्जीवाड़ी करो लगाया जा रहा है। जिसमें गांव के सुबोध उपाध्याय, संजय उपाध्याय, राजीव कुमार उपाध्याय, अनिता उपाध्याय और अभिषेक पर केस को दर्ज किया गया है ऐसा बताया जा रहा है कि यह सभी लोग रजौन थाना क्षेत्र के पतसौरी गांव के रहने वाले हैं। इसके अलावा जिला निबंधन कार्यालय की ओर से रजिस्टर बैजनाथ के द्वारा हेड क्लर्क मदन चंद्र को इस मामले में आरोपी ठहराया जा रहा है।
कार्यालय में शिकायत दर्ज किया जा रहा है कि जिला अवर निबंधन पदाधिकारी एवं कर्मचारी के साथ मिलकर दस्तावेज नंबर 7419 पर छेड़खानी देखने को मिल रही है। जिसके चलते पुलिस की ओर से मिथिलेश यादव ने आरोपित सुबोध उपाध्याय, संजय उपाध्याय, राजीव कुमार उपाध्याय पर दस्तावेज में फर्जीवाड़ा के खिलाफ गवाह रजौन थाना में 13 तारीख को केस दर्ज किया है। साथी ऐसा देखा जा रहा है कि इन लोगों के द्वारा रंगदारी के मामले में भी आरोपी ठहराई जा रही है।
बिना अनुमति 20 प्रतिशत की अवैध वसूली
सरकार की ओर से नए नियम को निर्धारित करने के बाद ऐसा देखा जा रहा है कि इस मामले में 20% तक की अवैध वसूली की जा रही है। यह जानकारी को सरकार द्वारा लोगों के बीच ऐसा देखा जा रहा है कि अवैध सूली में इन्हें गिनती की जा रही है। लेकिन सरकार की ओर से ऐसे कानून को अभी तक नहीं बनाई गई है। जितने भी इस प्रकार के मामले देखने को मिलती है। इसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। क्योंकि लोगों द्वारा ऐसा कहा जाता है कि 20% की अवैध वसूली आग में घी डालने जैसा है।
यह भी पढ़ें: