बिहार सरकार भू-अभिलेखों और सर्वे को अपडेट रखने का प्रयास कर रही है। डिप्टी सीएम ने इस मामले में कई कदम उठाए हैं। विजय सिन्हा ने कहा है कि भू-सर्वे और भू-अभिलेखों को अपडेट करने में तेजी आएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि जमीन से संबंधित कार्यों को सरल और सुगम बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में नियुक्तियाँ की गई हैं।
बिहार भू-सर्वेक्षण और रिकॉर्ड जिले में तेजी से अपडेट किये जाएंगे, जिससे राजस्व संबंधित काम सुलभ होंगे। विजय कुमार सिन्हा ने उप मुख्यमंत्री नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान इस बारे में कहा।
416 कर्मचारी और पदाधिकारियों के बीच नौकरी के पत्र बांटे गए
416 कर्मचारी और पदाधिकारियों के बीच नौकरी के पत्र बांटे गए, जिसमें 356 अमीन, 25 लिपिक, 22 कानूनगो और 13 सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी थे। इनकी सभी नियुक्तियाँ संविदा पर की गई हैं और उप मुख्यमंत्री ने इनके प्रशिक्षण में वृद्धि करने का आदेश दिया।
विजय सिन्हा ने कहा कि गांवों में भूमि विवाद के कारण लोगों के बीच अधिकांश लड़ाई-झगड़ा होता है, इसलिए आपसी विवाद को दूर करने, भू-सर्वेक्षण एवं भू-अभिलेख को अपडेट करने की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में नियुक्ति की गई है ताकि अधिकारियों और कर्मियों के अभाव की समस्या को दूर किया जा सके।
जरूरत है कि हर संस्थान नई शिक्षा नीति के साथ अपडेट होने की। – विजय सिन्हा
नई शिक्षा नीति के अनुसार आज हर शिक्षण संस्थान को अपडेट करने की जरूरत पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसके बाद ही 21वीं सदी में विकसित भारत का सपना साकार हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जब तक बिहार विकसित नहीं होगा, तब तक देश तरक्की नहीं कर सकता। उन्होंने बुधवार को लंगट सिंह महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि ये बातें कहीं।
हमारे बच्चों के साथ विपरीत रूप से काम करते हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज यह आवश्यक है कि शिक्षण संस्थानों के परिसरों को बुराइयों से मुक्त किया जाए। नकारात्मक शक्तियां हमारे बच्चों के दिमाग को प्रदूषित कर रही हैं। परिसरों को नशे, अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्त बनाया जाना चाहिए। कॉलेज के गौरवशाली अतीत से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से पुराने गौरव को बहाल करने पर जोर दिया।
गोल्ड सिंह ने राष्ट्रीय स्तर पर लंगट सिंह कॉलेज के योगदान की चर्चा करते हुए उन महान व्यक्तियों की पंक्तियों पर प्रकाश डाला जैसे कि राजेंद्र प्रसाद, राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर, और आचार्य जेबी कृपालनी।