Free Loan Business Idea: आपने शायद सुना होगा कि एक से भले दो कहावत। अगर आप किसी काम को अकेले करते हैं तो इसमें अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अगर उसी काम में किसी मददगार की सहायता मिल जाए तो कार्य सरल हो जाता है।
मोजाहिदपुर गांव में बांका जिले के अमरपुर प्रखंड में रहने वाले अमर कुमार और उनकी पत्नी ने इस काम को सही मायनों में किया। पति-पत्नी साथ मिलकर आटा की चक्की चला रहे हैं और अच्छी आमदनी भी कमा रहे हैं।
आटा चक्की का व्यापार लोन के साथ शुरू किया
अमर कुमार ने बताया कि उन्होंने नौवीं कक्षा तक की शिक्षा पूरी करने के बाद नौकरी की खोज में घर से बाहर जाने का निर्णय लिया। कई वर्षों तक उसने गाड़ी दूर रहकर काम किया। जब उसकी शादी हो गई तो उसने गांव में ही रहकर काम करना शुरू किया।
उन्होंने बताया कि एक दिन उन्होंने पत्नी से पूछा कि घर का काम समाप्त होने के बाद आटा चक्की चला सकती है। पत्नी की सहमति से हिम्मत बढ़ी और छोटे व्यवसाय की शुरुआत करने का एक योजना बनाया।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लोन
उसके बाद, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 10 लाख लोन लेकर ऑटोमेटिक आटा चक्की, रोस्टर, पैकिंग, सिलाई मशीन खरीदने गया और इसके बाद आटा, सत्तू और बेसन तैयार करने के बाद स्थानीय बाजार में इनकी बिक्री शुरू की। उन्होंने बताया कि जब पत्नी मिल चलाती है तो मैं बाजार में घूम-घूमकर आटा, सत्तू और बेसन की बिक्री करते हैं।
हर साल 10 लाख की कमाई हो जाती है।
अमर ने बताया कि वे गेहूं और चना को स्थानीय किसानों से खरीदकर शुद्ध आटा, सत्तू और बेसन बनाते हैं। इसमें कोई भी अपशिष्ट नहीं है। उन्होंने बताया कि इस व्यापार को बढ़ाने के लिए एसआर नाम से ब्रांडिंग भी की जाती है। वे एसआर नाम से 5 किलो और 25 किलो के आटे का पॉकेट बनाकर बेचते हैं।
वे बताए कि 5 किलो आटा 165 रुपए में उपलब्ध है। 25 किलो आटे का मूल्य वहीं 750 रुपए है। जिसे व्यापार में ग्राहक ख़रीदते हैं। उन्होंने बताया कि वे 200 ग्राम और 500 ग्राम के पैक में सत्तू और बेसन बनाते हैं। अब सेल भी अधिक हो गया है। इस तरीके से वे सालाना 10 लाख रुपये की आमदनी प्राप्त कर लेते हैं।
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