गौड़बोराम प्रखंड के तेनुआ के प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षिका सुप्रीति कुमारी ने वेतन लेना शुरू किया बिना स्कूल जाने के, जिससे शिक्षा विभाग को यह नहीं पता रहा था। यह खुलासा प्रखंड लोजपा अध्यक्ष राजकुमार झा ने आरटीआई के माध्यम से विभाग में शिकायत की तो हुआ।
सुप्रीति कुमारी का सच
गौड़बोराम प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय तेनुआ में, बिहार की दरभंगा जिले में एक महिला शिक्षिका, सुप्रीति कुमारी, बिना स्कूल आये ही तनख्वाह उठाती रही। इसकी खुलासा होने पर शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई की और उसे 4 लाख 32 हजार 638 रुपये की वसूली का आदेश दिया है।
सच्चाई क्या है
सच्चाई यह थी कि लोजपा प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार झा ने आरटीआई के माध्यम से शिक्षा विभाग को शिक्षिका के बारे में जानकारी दी। जांच में पता चला कि सुप्रीति कुमारी स्कूल में 12 अप्रैल 2021 से गायब थी, फिर भी वह 4 लाख 32 हजार 638 रुपये वेतन प्राप्त करती रही।
सुप्रीति कुमारी की नियुक्ति वांछित नहीं की गई।
बिहार शिक्षा विभाग ने सुप्रीति कुमारी की नियुक्ति रद्द करने का कार्रवाई किया है। उनके खिलाफ नीलाम वाद पत्र जमा किया गया है और 4 लाख 32 हजार 638 रुपये वापस करने की मांग की गई है। शिक्षिका 12 अप्रैल 2021 से छूटी थी और गांव वालों ने इसकी शिकायत कई बार की, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिर गांव वालों ने लोजपा नेता राजकुमार झा से शिकायत की।
दो दिनों के भीतर कर्मचारी को कार्रवाई करने के लिए निर्देश देना
राजकुमार झा ने आरटीआई के माध्यम से जानकारी प्राप्त की और शिक्षा विभाग को शिकायत दी। इसके बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि मामला उनके कार्यकाल से पहले का है। मामले की जांच की गई है और संबंधित पंचायत नियोजन इकाई को आरोपी शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।