KK Pathak Fir: वर्तमान समय में ऐसा देखा जा रहा है कि बिहार शिक्षा मंत्री द्वारा एक से बढ़कर एक सख्त कानून बनाए जा रहे हैं। जिससे चलते शिक्षकों के बीच बहुत सारी परेशानी देखने को मिलती है। इसी बीच ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए गर्मी छुट्टी ना देने की वजह से लू के कारण एक शिक्षकों की मौत की खबर सामने आ रही है। क्या ऐसे में KK पाठक जेल जा सकते हैं। चलिए पूरा मामला क्या है जानते हैं।
ऐसा देखा जा रहा है कि वर्तमान समय में आचार संहिता लागू है एवं लगभग सभी राज्यों में मतदान की कार्य को जारी किया गया है। इसी बीच के पाठक के द्वारा परीक्षा को जारी की जाने की जानकारी बताई जा रही है। लेकिन ऐसे में ग्रीष्म ऋतु में कैसे विद्यालय को बंद की जा सकती है। आईए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
गर्मी के कारण हुई शिक्षक की मौत कौन लेंगे जिम्मेवारी
वर्तमान समय में ऐसा देखा जा रहा है कि शिक्षकों को एक साथ न होने की वजह से शिक्षा मंत्री द्वारा एक से बढ़कर एक साथ कानून बनाए जा रहे हैं। जिसके चलते बहुत सारी परेशानी शिक्षकों के बीच में देखने को मिल रही है। क्योंकि ऐसा देखने जा रहा है कि प्रतिवर्ष इस महीने में गर्मी छुट्टी की घोषणा कर दी जाती थी। लेकिन शिक्षक मंत्री के चेंजिंग होने की वजह से शिक्षकों के बीच बहुत सारी परेशानी देखने को मिल रही है। जिसमें यह जानकारी भी प्रस्तुत की जा रही है, कि लू के कारण एक शिक्षक की मौत की खबर सुनने को मिल रही है।
इसलिए जानकारी के लिए मैं आप सभी को बता दूं कि सबसे पहले हम सभी शिक्षकों को एक साथ होने की आवश्यकता है। क्योंकि इस गर्मी में शिक्षकों की मजबूरी कोई सुनने को नहीं चाहेगा। क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि वर्तमान समय में इतनी भीषण गर्मी बिहार जैसे राज्यों में देखने को मिले ही है। इसी बीच शिक्षकों को स्कूल जाते वक्त बहुत सारी परेशानी देखने को मिल रही है।
मुजफ्फरपुर में एक शिक्षकों की गैस मृत्यु के कारण हुई मौत
ऐसा देखा जा रहा है कि प्रत्येक शिक्षा का द्वारा कोई साइकिल तो कोई मोटरसाइकिल या फिर किसी अन्य वाहन का इस्तेमाल करते हैं। खासकर स्कूल जाने के लिए, इसी बीच एक शिक्षकों को मुजफ्फरपुर में गर्मी के कारण मौत की खबर सुनने को मिल रही है। क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि प्रत्येक क्षेत्र में घुस एवं करप्शन की खबर सुनने को मिलती है। जिसके चलते पदाधिकारी लोग बड़े-बड़े गाड़ी एवं फोर व्हीलर से आते हैं।
लेकिन शिक्षकों के बीच इस प्रकार की किसी प्रकार की घुसकर ऑप्शन नहीं दी गई है। जिसके कारण शिक्षकों के बीच बहुत सारी परेशानी देखने को मिलती है। खासकर विद्यालय जाने के लिए। क्योंकि ऐसा देखा जाता है कि शिक्षक के द्वारा शिक्षा ईमानदारी से प्रत्येक विद्यालयों में दी जाती है। उन्हें ₹1 तक की अतिरिक्त इनकम नहीं होती है। इसलिए आप सभी शिक्षकों से निवेदन है कि आप एक दूसरे के साथ मिलकर रहे और अपनी आवाज उठाने के लिए शिक्षा मंत्री KK पाठक के विरुद्ध खड़े रहे।