बिहार में क पाठक द्वारा यह जानकारी प्रस्तुत की जाती है कि शिक्षा को लेकर किसी प्रकार की विद्यार्थी एवं शिक्षकों के बीच छुट्टी देखने को नहीं मिल रही है। वर्तमान समय में ऐसा देखा जा रहा है कि शिक्षकों को प्रतिदिन स्कूल आना पड़ा है। ऐसे में गर्मी होने की वजह से शिक्षकों के बीच काफी ज्यादा परेशानियां स्कूल आते वक्त देखने को मिलते हैं।
इसलिए के के इन सभी व्यवस्थाओं को सुधार करके ऐसे को आगे चलकर पत्थर की तरह साबित होने वाली है। क्योंकि पाठक के विरुद्ध लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिरकार गर्मी में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को क्या छुट्टी नहीं प्रधान की जा रही है चलिए पूरा मामला क्या समझते हैं।
सोशल मीडिया द्वारा वायरल खबर
मीडिया रिपोर्ट के द्वारा यह जानकारी वजह से बच्चे बेहोश हो रहे हैं क्योंकि हम सभी को बताएं कि वर्तमान समय में बिहार के जिलों में 40 डिग्री से लेकर 45 डिग्री टेंपरेचर देखने को मिल रही है। जिसके चलते विद्यार्थियों को परेशानियों देखने को मिल रही है।
47 डिग्री तापमान में आप क्लास करवा रहे हैं तो…
- ऐसा बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों के बीच और समस्या को समाधान करने के लिए सुनिश्चित किया जाए की स्कूल में पीने का पानी की व्यवस्था को ठीक किया जाए।
- स्कूलों की दरवाजा खिड़की को ठीक किया जाए ताकि स्कूल में लू जैसे समस्या देखने को ना मिले।
- विद्यालय में सम्मानित तौर पर मेडिकल से संबंधित कुछ दवा होनी चाहिए।
- विद्यार्थी को अस्पताल ले जाने की सुविधा सरकार की ओर से प्रोवाइड कराई जाए।
- स्कूलों में बच्चों के माता-पिता का नंबर दर्ज होना अनिवार्यता की इमरजेंसी के समय की समस्या बच्चों के गार्जियन से साझा की जाए।
पाठक जी! भगवान न करें कि…
शिक्षकों द्वारा जानकारी प्रस्तुत की जा रही है। यदि शिक्षा मंत्री द्वारा स्कूल खोलने को लेकर काफी ज्यादा उत्सुकता है तो उनके द्वारा स्कूलों की सभी पढ़ाई को ऑनलाइन की जाए। ताकि आगामी समय उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो। एवं विद्यार्थी अपने घर बैठे सुरक्षित ऑनलाइन के माध्यम से अपना शिक्षा ग्रहण कर पाए।
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