New Toll Tax System: हाल ही में 1 जुलाई से पहले सरकार की ओर से सड़क परिवहन एवं राज्य परिवहन को लेकर बड़ा बयान जाहिर किया गया जिसके तहत नितिन गडकरी डी का मानना है कि वैश्विक स्तर पर नेविगेशन उपकरण को लेकर इलेक्ट्रिकल टोल आधारित संग्रह को देशभर में लागू किया जाए जिसमें कम से कम पल टूल संग्रह 10000 करोड रुपए देखने को मिल रही है।
नितिन गडकरी जी का मन है कि इसे पूरा करने में हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल लचीला और बाजार-संचालित बनाया गया है। तो चलिए टोल टैक्स से संबंधित नई टेक्नोलॉजी पर आधारित है। जितने भी बदलाव किए गए हैं उसके बारे में सरकार द्वारा क्या बयान दिए गए इसके बारे में संपूर्ण जानकारी जानते हैं।
ठेकेदारों पर क्या बोले नितिन गडकरी
सूत्रों के मुताबिक नितिन गडकरी द्वारा फिलहाल एच एन ए मॉडल को लेकर नई परियोजना की शुरुआत की गई है। जिसमें 40% हिस्सा मुहैया कराती है। की बाकी शेष डेवलपर को करने के लिए छोड़ दी गई है क्योंकि कार्यालय का मानना है कि बुनियादी ढांचे को लेकर विकास को ठेकेदार के ऊपर ही सौंप देना चाहिए सही रहता है।
ठेकेदार परियोजना लागत का 60% से अधिक निवेश की तैयारी नितिन गडकरी की ओर से की गई है बताया जाता है कि सरकार को हमेशा 40% तक के हिस्सा देने होंगे ताकि इसके कार्य को सुचारू रूप से काफी तेजी से की जाए।
टोल संग्रह बढ़ाने पर क्या बोले?
नितिन गडकरी का मानना है कि वैश्विक नेविगेशन को लेकर इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह लागू होने पर 10000 करोड रुपए कम से कम कुल टोटल संग्रह बढ़ती हुई नजर आएगी।
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