सरकार की ओर से नई खबर के मुताबिक यह जानकारी प्रस्तुत की जा रही है कि पटना में करीबन 116 साल बाद जमीन सर्वे के कार्य को सुचारू रूप से जिला प्रशासन के संदर्भ में किया जाएगा। जिसमें बताया गया है कि 1395 राजस्व गांव की 3000 वर्ग किलोमीटर से अधिक जमीन का खतियान को तैयार किया गया है। जिसके तहत अब आसानी से जमीन सर्वे के कार्य को पूरा किया जाएगा।
राजेंद्र सिंह के कैलेंडर के अनुसार सर्वे टीम द्वारा संपूर्ण कार्य को पूरा करने का निर्देश जारी किया गया है। इसके बाद हजार किलोमीटर तक जमीन के सर्वे एवं जमीन का अलग-अलग खतियान को तैयार किया जाएगा। साथ ही इसे खतियान में आपको जमीन से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी देखने को मिलेंगे। जैसे मसलन जमीन की किस्म, चौहद्दी, रकबा आदि।
जमीन सर्वे संबंधित मुख्य बिंदु
सूत्र के मुताबिक या खबर निकलकर सामने आ रही है कि जमीन सर्वे को लेकर जमीन पर अनुरूप वंशजों के नाम होगी। जबकि पीछे सर्वे के आधार पर सभी का रिकॉर्ड बनाया जाएगा। उसके बाद सर्वे के टीम के द्वारा जमीन की माफी एवं दस्तावेज की जांच संपूर्ण रूप से एक-एक करके की जाएगी।
सर्वे के दौरान लोगों को दस्तावेज के तौर पर जमाबंदी का कागजात दी जाएगी। जबकि ऐसे जमीन जिसके दीवार चल रहे हैं। उनका रिकॉर्ड निकालने की भी तैयारी की गई है। ताकि लोगों के बीच किसी प्रकार की विवाद देखने को ना मिले और वह आसानी से बिना किसी परेशानी के अपना जमीन का सर्वे कड़ा पाए इसके लिए उन्हें ऑनलाइन सर्वे करने की आवश्यकता पड़ेंगे।
सर्वे टीम को देने होंगे ये कागज़ात
बताया जाता है कि सर्वे टीम को जमीन का चौहद्दी केसरी की जानकारी के अलावा सर्वे टीम द्वारा पूछे गए संपूर्ण जानकारी को दर्ज करने की आवश्यकता है। उसके बाद आप आसानी से अपने पूर्वजों के जमीन के भी सर्व आसानी से कर सकते हैं। जिसके लिए आपको किसी प्रकार की परेशानी देखने को नहीं मिलेंगे।