हाल ही में रिजर्व बैंक ने क्रेडिट स्कोर संबंधित नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। रिजर्व बैंक ने अप्रैल 2024 से पाँच नए नियम लागू किए हैं ताकि ग्राहकों की समस्याओं का समाधान और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके, क्योंकि ग्राहकों की शिकायतों में वृद्धि थी।
सिबिल चेक का अवलोकन
अब हर बैंक या वित्तीय संस्था को अपने ग्राहकों को सिबिल स्कोर चेक करने से पहले पूर्वानुमान करना होगा जैसा पहले नियम बनाया गया था। इस प्रक्रिया से ग्राहकों को अधिक पारदर्शिता देने के साथ-साथ उन्हें अपनी क्रेडिट स्थिति के बारे में बेहतर समझने में मदद मिलेगी।
रिजेक्शन के कारण का पता चल गया।
अब हर रिजेक्ट किए गए क्रेडिट अनुरोध के पीछे की वजह को स्पष्ट करना अनिवार्य है। इससे ग्राहकों को उनकी रिजेक्शन के असली कारणों को समझने में मदद मिलेगी और वे अपनी क्रेडिट योग्यता में सुधार कर सकेंगे।
मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट के लाभ
ग्राहकों को हर साल उनका पूरा क्रेडिट रिपोर्ट मुफ्त मिलेगा। इस प्रक्रिया को बहुत सरल बनाने के लिए वित्तीय संस्थाओं को अपनी वेबसाइट पर स्पष्ट रूप से दिखाना होगा।
डिफॉल्ट सूचना
इस नियम के अनुसार, यदि कोई ग्राहक डिफॉल्ट करने वाला है, तो संस्था को पहले ग्राहक को सूचित करना चाहिए। यह कदम ग्राहकों को उनके वित्तीय विकल्पों को समझने और संभवतः उनकी स्थिति में सुधार करने की अनुमति देता है।
70 दिनों के भीतर तुरंत सुलझाना
अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण नियम के अनुसार, यदि क्रेडिट सूचना कंपनी 30 दिनों के भीतर ग्राहक की शिकायतों का समाधान नहीं करती है, तो उन्हें प्रति दिन 100 रुपये का जुर्माना देना होगा। इससे शिकायतों का त्वरित और उचित निपटान सुनिश्चित होगा।