RBI समय-समय पर बैंकिंग क्षेत्र के ग्राहकों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी करता है। बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े ग्राहकों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन अनिवार्य है। देश के किसी भी निजी या सरकारी बैंक में खाता रखने वाले 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए दिशा-निर्देशों का पालन करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
10 लाख रुपये जमा कर सकते हैं
आपको बताना चाहेंगे कि सेविंग अकाउंट में पैसा जमा करने की बैंकों द्वारा एक सीमा लगाई जाती है। हमें बैंकों द्वारा जारी निर्देशों का पालन करके सेविंग अकाउंट में नकद राशि जमा करनी चाहिए।
सेविंग अकाउंट में नकद राशि जमा करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, आप एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 10 लाख रुपये जमा कर सकते हैं। इससे अधिक जमा करने पर आयकर विभाग को सूचित करना होगा। सेविंग अकाउंट में ढाई लाख रुपए तक एक साथ जमा किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए पैन नंबर की आवश्यकता है।
60% टैक्स भी वसूल सकता है
बैंकिंग सेक्टर के ग्राहक अगर एक वित्त वर्ष में अपने बचत खाते में 10 लाख रुपये से ज़्यादा जमा करते हैं, तो आयकर विभाग इस रकम पर 60% टैक्स भी वसूल सकता है। अगर आप एक वित्त वर्ष में बचत खाते में 10 लाख से ज़्यादा की रकम जमा करते हैं, तो आपको जमा की गई नकदी के बारे में आयकर विभाग को संतोषजनक जवाब देना होगा। अगर आप आयकर विभाग को आय का स्रोत नहीं बता पाते हैं, तो वे जमा की गई रकम पर 60% टैक्स के साथ-साथ 25% सरचार्ज और 4% सेस भी लगा देंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के निर्देशों के अनुसार
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के निर्देशों के अनुसार, बैंकिंग सेक्टर के ग्राहकों को सेविंग अकाउंट में नकद राशि जमा करने की अधिकतम सीमा, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड, शुल्क, चेक शुल्क आदि पर जानकारी दी गई है। भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने लोगों को सचेत किया है कि यदि कोई निर्देशों का पालन नहीं करता है तो क्या होगा।