वर्तमान समय में भारत के लगभग सभी राज्यों में प्रॉपर्टी को लेकर लोगों के बीच परेशानियां हमेशा देखने को मिलती है। जिसके चलते सरकार की ओर से लगातार नए-नए कानून को बनाया जाता है। ताकि उन्हें आगामी समय में पैतृक संपत्ति को देखते हुए किसी प्रकार की परेशानी ना देखने को मिले। वर्तमान समय में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा पैतृक संपत्ति को लेकर एक बहुत बड़ा बयान आया है। जो लोगों के लिए काफी बेहतर नियम कानून में से एक है। क्योंकि इस कानून के माध्यम से आप आसानी से पैतृक संपत्ति को अपने हवाले कर सकते हैं। आईए जानते हैं वह नियम कानून क्या है जो हमें जाना अत्यंत आवश्यक है।
पैतृक संपत्ति से संबंधित मुख्य जानकारी
सबसे पहले पैतृक संपत्ति को संपूर्ण तरीका से समझने के पहले हमें यह समझना होगा कि पैतृक संपत्ति होती क्या है। जानकारी के लिए मैं बताना चाहूंगा पैतृक संपत्ति दो प्रकार के होते हैं। प्रथम एंडसिस्टर प्रॉपर्टी जो आपके पीढ़ी दर पीढ़ी पिछले चार पीढ़ी से आ रहे होते हैं। जबकि द्वितीय प्रॉपर्टी सेल्स प्रॉपर्टी कहलाती है। जो व्यक्ति अपनी मेहनत अपनी कमाई के बदलते उसे प्रॉपर्टी को अर्जित किया है।
पैतृक संपत्ति के नए नियम से लोगों को हुई समस्या
वर्तमान समय में बिहार राजस्व भूमि विभाग की ओर से एक से बढ़कर एक कानून सब तरीके से बनाया जाता है क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि लोगों के बीच पैतृक संपत्ति को लेकर नई कानून के लागू होने से बहुत सारी समस्या देखने को मिलती है। यदि पहले की आंखों देखी जाए तो यदि प्रतिदिन 100 लोग सुप्रीम कोर्ट में संपत्ति की समस्या लेकर आते थे अब वही वर्तमान समय में देखी जाए तो 2 से 4 केस ऐसे देखने को मिलती है।
पैतृक संपत्ति को लेकर सरकार की सख्त कानून
क्योंकि वर्तमान समय में पैतृक संपत्ति को लेकर सरकार की ओर से सख्त कानून बनाई गई है। जिसके तहत अपूर्वजों की जमीन एक ही तौर पर आप अपने हवाले कर सकते हैंऋ जब आपके पूर्वज की मृत्यु हो गई हो। या फिर पैतृक संपत्ति को प्राप्त करने के लिए आपके पूर्वज आपके लिए जमाबंदी के रखी हो तभी आप पैतृक संपत्ति को अपने हवाले कर सकते हैं।
इतना ही नहीं यदि आप पैतृक संपत्ति को अपने हवाले करते हैं। जिसके लिए आपको बहुत सारी प्रक्रिया करनी पड़ेगी उसके लिए आपके कोर्ट के चक्कर काटने पड़ेंगे सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई नियम का पालन आपको करना अत्यंत आवश्यक है। तभी आप अपने हवाले कर सकते हैं।
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