दोनों सड़कों का निर्माण कंपनी के द्वारा किया जाएगा और हाजीपुर तक सफर भी बेहतर होगा। दो महत्वपूर्ण सड़क परियोजना अब मिशन 100 डेज में पूरी की जाएगी, जिन्हें पटना से जोड़ा गया है। इन सड़कों के काम को अब निर्माण कंपनी को 100 दिनों के अंदर आवंटित कर दिया जाएगा। एक-दो महत्वपूर्ण सड़कों का पटना से संबंध अभी वही है कि क्या उन्हें 100 दिनों के अंदर मिशन में शामिल किया जाएगा या नहीं।
रामनगर और कच्ची दरगाह के बीच की सड़क
प्रधानमंत्री के मिशन 100 डेज में शामिल होने वाली बिहार की पहली सड़क, रामनगर-कच्चीदरगाह सड़क है। इस सड़क का हिस्सा पटना रिंग रोड से होकर गंगा पर बन रहे छह लेन पुल को जोड़ेगा। फिलहाल, रामनगर-कच्चीदरगाह पुल के मामले में कागजी औपचारिकता में ठिकाना नहीं मिल रहा है। इस सड़क का पूरा होना मिशन 100 डेज में होने से हाजीपुर तक संपर्क साधने में मदद करेगा।
पटना से सासाराम तक चार लेन वाले हरित क्षेत्र
पटना-सासाराम ग्रीन फील्ड फोर लेन भी प्रधानमंत्री के मिशन 100 डेज में शामिल किया गया है। यह सड़क 120 किमी लंबी है और अभी जमीन अधिग्रहण का काम बाकी है। इस प्रोजेक्ट की सारी प्रक्रिया को अगले सौ दिनों के अंदर पूरा करके कार्य आवंटित किया जाने का लक्ष्य है।
इन सड़कों को भी 100 दिनों के मिशन में शामिल करने का विचार चल रहा है।
दो सड़कों के अतिरिक्त कुछ अन्य सड़कों को भी प्रधानमंत्री के मिशन 100 डेज में शामिल किए जाने पर विचार चल रहा है। इनमें पटना-बेतिया सड़क भी शामिल है और इसके तहत गंगा नदी पर एक जेपी सेतु के समानांतर पुल का काम पहले से ही शुरू है।
इससे भी यह सड़क शामिल है: बकरपुर-माणिकपुर, माणिकपुर-साहेबगंज, साहेबगंज-अरेराज और अरेराज-बेतिया। इनके लिए जमीन का अधिग्रहण अभी बाकी है, लेकिन यदि 100 दिनों में यह हो जाए, तो प्रोजेक्ट का काम तेजी से आगे बढ़ सकता है।
पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस वे के लिए अभी रास्ता नहीं तय किया गया हैं।
पटना से पूर्णिया के बीच एक एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे का निर्माण पिछले वर्ष अनुमोदित किया गया था, जिससे पटना से पूर्णिया तक की यात्रा को कम समय में करना संभव होगा। इस प्रोजेक्ट के संबंध में बताया गया है कि मार्गरेखन अभी तक तय नहीं हुआ है, लेकिन एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पर काम जारी है।