सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी में 23 जुलाई को कमी की घोषणा की गई है, जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया। सरकार ने सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी 6 फीसदी और प्लैटिनम पर 6.4 फीसदी कम कर दी है।
छूट का इंतजार करना चाहिए
रक्षाबंधन, धनतेरस, दिवाली जैसे त्यौहारी सीजन के साथ ही शादियों का सीजन भी आने वाला है, ऐसे में सोने और चांदी के आभूषणों की मांग में उछाल आने की पूरी उम्मीद है। आइए एक्सपर्ट से समझते हैं कि इन दोनों की कीमतों पर क्या असर पड़ेगा और क्या अभी सोना खरीदने का सही समय है या आगे और छूट का इंतजार करना चाहिए।
चांदी और सोने पर कर के देय्ता
इसके साथ-साथ, सोने और चांदी के ज्वेलरी पर चार्ज 14.35 फीसदी से कम करके 5.35 फीसदी कर दिया गया है।
क्या वर्तमान में सोने में निवेश करना ठीक है?
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष, अक्षय कंबोज ने कहा, “निश्चित रूप से हां… सोने के चार्ज में 9 प्रतिशत नीचे जाने से भारतीय रुपये में सोने की कीमत 5900 रुपये प्रति 10 ग्राम कम हो गया है। इस मशीन का लाभ उठाना जरूरी है, क्योंकि त्योहार का समय आ गया है। सोने की कीमत में गिरावट से लाभ स्पष्ट है और इस मशीन को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए।”
Demand will increase.
कम कीमतों पर निवेश और व्यक्तिगत उपयोग (जैसे आभूषण) के लिए सोने की मांग में वृद्धि की उम्मीद है।